हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "तोहफ ए ओकूल" पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
:قال الامام العلی علیه السلام
إنْ قارَفْتَ سَيّئةً فعَجِّلْ مَحْوَها بالتَّوبةِ
हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम ने फरमाया:
जब भी तुम में से(इत्तेफाक) से कोई पाप हो जाए
तो तौबा के ज़रिए इसे मिटाने के लिए जल्दी करो,
तोहफ ए ओकूल,पेंज 81